Friday, 25 November 2016

श्यामसुन्दर की भीक्षा , लीला

[11/25, 11:48 PM] Sachin ji vrindavan fb: एक  बार श्री राधा रानी जी विशेष मान धारण कर लिया श्याम सुंदर जी बहुत प्रयास किया पर वो ना मानी
[11/25, 11:48 PM] Sachin ji vrindavan fb: श्यामसुन्दर ने अद्भुत लीला सोची उनको मानने के लिए
[11/25, 11:51 PM] Sachin ji vrindavan fb: श्यामसुन्दर एक बिक्षुक  शिव रूप में भेष बनाकर बरसाने आ गये
[11/25, 11:51 PM] Sachin ji vrindavan fb: और सभी घरो में जा कर भिक्षा मागने लगे
[11/25, 11:53 PM] Sachin ji vrindavan fb: सब गोपीओने देखा इतना सुंदर बिक्षुक योगी कहा से आया सब अपने अपने घर बुलाने लगी जो भिक्षा चाहिए योगी हम दे गे
[11/25, 11:56 PM] Sachin ji vrindavan fb: श्यामसुन्दर योगी रूप में बोले तुम्हारे इस गाँव में कोई महा दानी है  क्या जो मुझे मन  वांछित दान दे सके
[11/25, 11:57 PM] Sachin ji vrindavan fb: गोपिया बोली हमारी स्वामिनी श्री राधा रानी जी है  वो आपको मन बाँचित दान दे सकती है
[11/25, 11:59 PM] Sachin ji vrindavan fb: श्यामसुन्दर जी बोले हो ही नहीं सकता जो मुझे मेरा मन वांछित दान दे सके तुम्हारी स्वामिनी जी भी असमर्थ है
[11/26, 12:01 AM] Sachin ji vrindavan fb: सखिया बोली आप जानते ही क्या हमारी स्वामिनी जी श्री राधा जी बारे में अनंत कोटि व्रह्माण्ड की स्वामिनी जी है
[11/26, 12:02 AM] Sachin ji vrindavan fb: श्यामसुन्दर बोले जो भी हो पर मेरा मन बाँचित फल नहीं दे सकती है
[11/26, 12:04 AM] Sachin ji vrindavan fb: सखियां बोली लगाओ सर्त अगर उन्होंने आपका मन बंचित फल भिक्षा में दे दिया तो आप सदा सर्वदा के लिए उनके चिर सेवक बन जाओगे
[11/26, 12:06 AM] Sachin ji vrindavan fb: श्यामसुन्दर योगी भेष में बोले अगर नहीं दे पायी तो आप सभी सखिया मेरी दासी बन जाओगी गी
[11/26, 12:08 AM] Sachin ji vrindavan fb: सखिया बोली मंजूर है
सभी सखिया योगी जी को श्री राधा रानी जी के पास ले गयी ओर पूरी बात बतायीं
[11/26, 12:09 AM] Sachin ji vrindavan fb: सखियो ने किशोरी जू से बिनती को ये योगी आपसे मन बंचित भिक्षा चाहते है आप ऐसे प्रदान करे
[11/26, 12:11 AM] Sachin ji vrindavan fb: श्यामसुन्दर जी को किशोरी जू में प्रणाम किया ओर पूछा ये योगी राज आपकी क्या इच्छा हौ आप क्या भिक्षा चाहते हो
[11/26, 12:12 AM] Sachin ji vrindavan fb: श्याम सुंदर बोले मुझे लगता आप देने में असमर्थ है मेरा मन बंचित भिक्षा
[11/26, 12:14 AM] Sachin ji vrindavan fb: अगर आप नहीं दे पायी भिक्षा तो ये सभी सखिया मेरी दासी बन जायेगी सर्त के अनुसार
[11/26, 12:15 AM] Sachin ji vrindavan fb: श्यामसुन्दर जी बोले पहले आप बचन दो आप मुझे मेरा मन बंचित फल प्रदान करोगे
[11/26, 12:17 AM] Sachin ji vrindavan fb: किशोरी जी बचन देती आप जो याचना करोगे में आपको उही बार प्रदान करुँगी
[11/26, 12:20 AM] Sachin ji vrindavan fb: श्यामसुन्दर दोनों  हाथ जोड़े कर किशोरी जू से प्राथना करने लगे हे किशोरी आप मुझे अपना मान जो अपने धारण किया है वो भिक्षा में दे दे यही मेरी मन बंचित फल है
[11/26, 12:23 AM] Sachin ji vrindavan fb: किशोरी जू सखिया समझ गयी ये वो प्राण वल्लभ श्यामसुन्दर है
[11/26, 12:23 AM] Sachin ji vrindavan fb: पर किशोरी जू बचन जो दे दिया था तो कृपा करके अपने  मान को भिक्षा उनको प्रदान करदी
[11/26, 12:25 AM] Sachin ji vrindavan fb: श्यामसुन्दर जी मन बंचित भिक्षा पा कर पुलकित हो गये ओर बोले त्रिलोकी में ऐसा महान दानी ओर कोई नहीं किशोरी जी जैसा
[11/26, 12:27 AM] Sachin ji vrindavan fb: सखिया बोली योगी जी अब तो आप हमारी किशोरी जू के चिर सेवक हो गये है चिर काल के लिए

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