:: श्रीहरिदास नामावली ::
जिते स्वाँस नासा चलैं, तिते जपैं हरिदास ।
तन मन प्राननि यौं मिलै, ज्यौं फूलनि में बास ॥
श्रीहरिदास गाऊँ श्रीहरिदास गाऊँ ।
श्रीहरिदास गाइ गाइ विपुल प्रेम पाऊँ ॥१॥
श्रीहरिदास नाम गुन रूप तन राऊँ ।
श्रीहरिदास प्राननि के प्रानहिं जिवाऊँ ॥२॥
श्रीहरिदास लैना श्रीहरिदास दैना ।
श्रीहरिदास भजैं भैया कछु भैना ॥३॥
श्रीहरिदास द्यौसौ श्रीहरिदास रात्यौ ।
श्रीहरिदास व्यौहार श्रीहरिदास बात्यौ ॥४॥
श्रीहरिदास बल बुद्धि कुल जाति पाँति ।
श्रीहरिदास भेंटत सीतल भई छाती ॥५॥
श्रीहरिदास अंग बिनु संग तजि साँतौ ।
श्रीहरिदास हिलगि बिनु हेत करि हाँतौ ॥६॥
श्रीहरिदास प्रेम बिनु नेम न सुहातौ ।
श्रीहरिदास हित बोलत मिलत महल कौ नातौ ॥७॥
श्रीहरिदास नाम रूचि श्रीहरिदास नाम सुचि ।
श्रीहरिदास नाम लियैं जाहिं दुख दोष मुचि ॥८॥
श्रीहरिदास कर्मैं श्रीहरिदास धर्मैं ।
श्रीहरिदास नाम बेधि लै मन मर्मैं ॥९॥
श्रीहरिदास ग्यानैं श्रीहरिदास ध्यानैं ।
श्रीहरिदास नाम करि कोटि अस्नानैं ॥१०॥
श्रीहरिदास नाम मेरे मंत्र माला ।
श्रीहरिदास नाम मुद्रा तिलक भाला ॥११॥
श्रीहरिदास सेवा श्रीहरिदास पूजा ।
श्रीहरिदास भजन बिनु भाव नहिं दूजा ॥१२॥
श्रीहरिदास भक्ति रति श्रीहरिदास परम गति ।
श्रीहरिदास जस गावत भई सुदृढ़ मति ॥१३॥
श्रीहरिदास ब्रजरीति श्रीहरिदास रसरीति ।
श्रीहरिदास नाम लियैं सकल साधन जीति ॥१४॥
श्रीहरिदास निज दरस श्रीहरिदास रस परस ।
श्रीहरिदास सुख देत श्रीहरिदास हित हेत ॥१५॥
अनन्य नृपति श्रीस्वामी हरिदास निज दास |
श्रीवरबिहारिनिदास बिलसत विलास ॥१६॥
जय जय कुंजबिहारी श्रीहरिदास !!
जय जय श्री वृन्दावन निधिवन वास !!
जय जय विठल विपुल बिहारिनि दास !!
जय श्रीराधे !!
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