श्रीहरिदास का अर्थ :- "श्री" अर्थात परम शोभायमान ...दिव्य गुणों से अलंकृत .... "ह" अर्थात हरा -श्रीराधा ....."र" अर्थात राधारमण माधव.... "इ" का मात्रा (ह और र क बीच में होने से ) नित्यबिहार/नित्य केलि-विलास ... "दास" अर्थात सखियाँ और वृंदावन (क्योंकि सखी ही यमुना पुलिन/वृक्ष /कोकिल /पुष्प /सुगन्धित समीर /कुञ्ज आदि बनि हुई है -श्यामा-श्याम के सुख के लिए ) । इस प्रकार श्रीहरिदास नाम में संपूर्ण निभृत-निकुंज समाया हुआ है ।
No comments:
Post a Comment