🍂🌀 *श्रीश्री राधा कृष्ण अति गूढ गोपनीय तत्व* 🌀🍂
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✳【श्री सदाशिव एवम श्री नारदजी संवाद (श्री पद्मपुराण)】
🌺श्री नारदजी को अत्यंत उपयुक्त पात्र जानकर श्री सदाशिव उनके आगे रहस्योद्घाटन करते हैं
❗श्री सदाशिव कहते हैं कि नारद जो मैं कहने जा रहा हूँ ,वह ब्रह्माजी से भी गुप्त रखा गया है
🛐श्री सदाशिव कृपा कर श्री नारदजी के माध्यम से समस्त जीवों के कल्याणार्थ कहना प्रारम्भ करते हैं-
श्री कृष्ण की अन्तरंगा ओर बहिरंगा शक्ति
1अन्तरंगा शक्ति *(मधुर्यमयी लीला शक्ति ,प्रेम शक्ति,स्वरूप शक्ति स्थापिनी शक्ति आकर्षणी शक्ति संयोगिनी शक्ति वियोगनी शक्ति ह्लादिनी शक्ति, योगमाया)*
2 बहिरंगा शक्ति *श्री, भू, लीला, , चिन्त्य,अचिन्त्य, मोहिनी, कोसली*
🍁"श्री कृष्ण जब श्रीमती राधा रानी जी से निकुंज में मिलने जाते है
🌪 तब श्री कृष्ण में विद्यमान *श्री वासुदेव* ओर *क्षीरोदकशायी विष्णु* को कृष्ण की *आकर्षणी शक्ति*,
श्री कृष्ण के दिव्य शरीर मे से उनको निकाल कर आकाश में स्थित कर देती है
☄जब लीला सम्पन होती तो *स्थापनी शक्ति* वासुदेव ओर क्षीरोदक्षयी विष्णु को वापस श्री कृष्ण के शरीर मे स्थापित कर देती है।
➡ ☘⛺यानी निकुंज में कोई भी विष्णु तत्व नही जाता केवल ओर केवल नंदनंदन कृष्ण जाते है⬅
♻ऐसे ही श्री राधा रानी के 3⃣ स्वरूप है-
श्री राधा जी 3 स्वरूप है
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1 कामा (संयोगिनी शक्ति)
2 वामा (वियोगिनी शक्ति)
3 कीर्ति सुते (ह्लादिनी शक्ति)
🈴 कीर्ति सुते अहलादिनी शक्ती श्रीराधारानी हैं यही हमारी इष्ट हैं इनहि में निहित कामा संयोगिनी और वामा बियोगिनी रहती हैं
🏕श्री कीर्तिदा सुता श्री राधा जी को पता है उनके प्राण नाथ कभी भी वृन्दावन छोड़ कर नही जाते परन्तु वामा और कामा शक्ति नही जानती
🌷🍂जैसे नंद नंदन कृष्ण रास के बीच में अंतर्ध्यान हो गये थे वैसे ही वो वृन्दावन में अंतर्ध्यान हो गए केवल वासुदेव कृष्ण ही मथुरा गये थे जबकि नंद नंदन वृन्दावन में अंतर्ध्यान हो गये
🍃 कीर्तिदा सुता को इसलिए विप्रलभ रस का आस्वादन उसे प्रवास कहते है
🌾जबकि वामा वियोगनी शक्ति सोचती है कि मेरे कृष्ण मथुरा चले गये है तो वो विरह में व्याकुल होकर यमुना जी रास्ते श्री गोलोक धाम चली जाती है
🏵 जवकि कामा सयोगनी शक्ति व्रज में रहती है कृष्ण विरह में अति व्याकुल हो के जब कृष्ण का पुनः मिलन होता है कुरुक्षेत्र में उहा श्री कृष्ण से मिलने जाती है
🌹जवकि श्री कीर्तिदा सुता श्री राधा नित्य नवीन लीलाओ का रस आस्वादन करती है श्री नंदनंदन श्याम सुंदर के साथ
जय जय श्री श्री राधे श्याम🙏🏼 🙇🏻🌹
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